असम के दरंग जिले के धुला पुलिस की बड़ी सफलता , NRC ड्राफ्ट प्रकाश होने से पहले फर्जी प्रमाणपत्र बनाने वाले गैंग का भंडाफोड़, 70 फर्जी प्रमाणपत्रो के साथ तीन जालसाज गिरफ्तार, रबर स्टाम्प और हार्ड डिस्क भी बरामद.
मंगलदई
By Shrawan Jha
NRC का आंशिक ड्राफ्ट प्रकाश होने अभी चार दिन बाकि है लेकिन इससे पहले दरंग ज़िला के धुला पुलिस ने अभियान चला कर एक ऐसे गैंग को पकड़ा है जो NRC वेरिफिकेशन के लिए फर्जी प्रमाण पत्र बना कर आपूर्ति करता था पुलिस ने गत रात अभियान चला कर तीन जालसाजों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश कर कर आगे की जाँच के लिए तीन दिन के रिमांड पर लिया है.
पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार धुला थाना के 2 नंबर अगलाचार के जफ़र अली ने धुला थाना प्रभारी रंजीत हजारिका को बताया क़ि तकरीबन दो वर्ष पहले उसने पास के ही गावं धनश्रीकाश के रहनेवाले मतलिब अली के पास जाकर अपने बच्चे का जन्म प्रमाणपत्र बनाने में मदद माँगा था. मातलिब अली ने मौका का फायदा उठाते हुए उससे पांच सौ रूपया लिया और कुछ दिन बाद आने को कहा इसके बाद तकरीबन दस दिन बाद जन्म प्रमाण पत्र बना कर दे दिया.
इतने दिनों तक सब कुछ ठीक ही चल रहा था लेकिन NRC का ड्राफ्ट प्रकाश के पूर्व जब प्रमाण पत्र सत्यापन का काम चल रहा था तो उसका प्रमाण पत्र जाली निकला. उसने तत्काल ही मतलिब को संपर्क कर इस बाबत जानना चाहा लेकिन उसे किसी प्रकार का ठोस जबाब नहीं मिला, अन्त में उसने इस फर्जीवाड़ा के खिलाफ थाना में खबर दिया.
धुला पुलिस ने इस मामले को केस संख्या 520/2017 धारा 467/472/420 IPC के तहत दर्ज कर जाँच शुरू कर दी और इसी जाँच के दौरान थाना प्रभारी रंजीत हजारिका ने सब से पहले मुख्य आरोपी मतलिब अली के घर छापा मार कर तलाशी अभियान चलाया इस तलाशी में पुलिस को मतलिब के घर से तकरीबन 70 जाली जन्म प्रमाण पत्र, कई अन्य जाली कागजात के साथ एक हार्डडिस्क और रबर स्टाम्प मिला है .
पुलिस ने तत्काल मतलिब को पकड़ थाना ले आयी और सभी सामन एव जाली कागजातों को ज़ब्त कर लिया. थाना में तत्काल पूछताछ करने पर मतलिब ने आपने साथियो का नाम बताया और उसी के निशानदही पर पुलिस ने मंगलदई सदर पुलिस थाना के अंतर्गत बन्दिया चापरी गाव से इब्राहिम अली और अब्दुल्ला अहमद को गिरफ्तार कर लिया और तीनो को अदालत में पेश कर तीन दिन का रिमांड ले लिया.
इधर इस सम्बन्ध में सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस फर्जीवाड़ा गैंग का नेटवर्क पुरे राज्य में फैला हुवा था और इस चापारी अंचल से पूरे राज्य में अपने एजेंट के दुवारा नेटवर्क चलाता था पुलिस पुरे मामले की जाँच कर रही है साथ ही यह भी जानने का प्रयास कर रही है कि यह गैंग कब से फर्जीवाड़ा का काम कर रही है और अब तक कितनो को फर्जी प्रमाणपत्र देकर ठगा गया है.
इधर गिरफ्तार तीनो आरोपियों ने आपने अपराध स्वीकार करते हुवे कहा है क़ि वह पिछले दो वर्षो से इस तरह का जाली प्रमाणपत्र बनाते थे और एक एक प्रमाणपत्र के बदले 500 रुपैया लिया करते थे. साथ ही जितने लोगों को उसने जाली प्रमाणपत्र दिया सभी को बोला गया था कि NRC के लिए इस प्रमाणपत्र का प्रयोग न करे . सब कुछ ठीक ही चल रहा था लेकिन जफ़र अली ने जन्म प्रमाणपत्र NRC में देकर सभी को फंसा दिया.