आयातित मछलियों में Formalin, असम सरकार ने दिया आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन
गुवाहाटी
असम विधानसभा में आज पलाशबाड़ी के विधायक प्रणब कलिता ने आयातित मछलियों में फोर्मालिन की जांच किए जाने की मांग उठाई| यह कहते हुए कि आयात की हुई मछलियों में अप्राकृतिक ढंग से अधिक मात्रा में फोर्मालिन का इस्तमाल होता है, विधायक ने आरोप लगाया कि मुनाफाखोर मछली व्यवसायी फोर्मालिन का इस्तमाल मछलियों को अधिक दिन तक संरक्षित रखने के लिए करते है|
विधायक प्रणब कलिता द्वारा लगाए गए आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए मीन मंत्री परिमल शुक्लवैद्य ने आश्वासन दिया कि इस क्षेत्र में राज्य सरकार आवश्यक कदम उठाएगी|
फोर्मालिन में 37% formaldehyde होता है जिसमें कैंसर जैसे रोग को जन्म देने की क्षमता होती है| यह एक रासायनिक पदार्थ है जिसका प्रयोग लकड़ी, कागज और कपड़ा उद्योग में प्लास्टिक रेसिन बनाने में किया जाता है| जब मछलियों पर फोर्मालिन छिड़का जाता है तो formaldehyde का कुछ हिस्सा मछलियों में रह जाता है जो कि इसका सेवन करने वालों के लिए हानिकारक है |
बता दें कि असम में देश के अन्य राज्यों समेत बड़ी मात्रा में आंध्र प्रदेश और कानपुर से मछलियों का आयात होता है|