रिजीजू और हिमंत पर तरुण गोगोई का आरोप
गुवाहाटी
पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने किरेन रिजीजू और डॉ. हिमंत विश्व शर्मा पर मंत्री पद की शपथ के उल्लंघन का आरोप लगाया है| उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी समाज को विभाजित करने का प्रयास कर रही है| उन्होंने कहा कि गृह राज्य मंत्री का पद संभाल रहे रिजीजू आरएसएस की भाषा बोल रहे हैं|
देश में हिंदुओं के अल्पसंख्यक होने से जुड़े बयानों को लेकर रिजीजू की आलोचना करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय संविधान की शपथ लेकर मंत्री पद संभालने वाले लोगों को इस तरह की भाषा नहीं बोलनी चाहिए क्योंकि इससे समाज का विभाजन होता है|
मंगलवार को संवाददाताओं को संबोधित करते हुए गोगोई ने कहा कि भाजपा की सरकार और पार्टी के नेताओं के मुख में कुछ और मन में कुछ अलग होता है| ये लोग हिंदुत्व के नाम पर समाज को बांटने का काम करते हैं| उन्होंने कहा कि जिस देश में 80 फीसदी हिंदू हो वहां अल्पसंख्यक कैसे हो सकता है| लेकिन भाजपा इसी की राजनीति करती है| उन्होंने कहा कि ज्यादा संतान उत्पन्न करने की सीख देने और भारत में जन्में सभी लोगों को हिंदू बताने वाले ये लोग जाति और धर्म देखकर अतिक्रमण चलातेहैं और बजट, राजनीति और साहित्य-संस्कृति को भी संप्रदाय से जोड़ने का काम करते है|
पूर्व मुख्यमंत्री ने वित्त मंत्री की आलोचना करते हुए कहा कि दरिद्रनारायण की सेवा करने के लिए अल्पसंख्यक, चाय श्रमिक और अनुसूचित जाति-जनजातियों को चिन्हित करना होगा| उनकी सरकार ने इसी को ध्यान में रखकर विकास परिषद का गठन किया था क्योंकि कलिता और ब्राह्मण समाज में भी लोग गरीब हैं और उनका विकास जरुरी है|
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि विकास परिषद के लोगों को भाजपा में शामिल होने के लिए दबाव दिया जा रहा है| हिंदू को लेकर वित्त मंत्री के बयानों की आलोचना करते हुए गोगोई ने कहा कि ऐसा नेता तो असम के इतिहास में कभी देखा ही नहीं गया| कभी मोदी की आलोचना में कहा था कि गुजरात के पानी पाइप में मुसलामानों का खून बहता है तो आज मोदी का गुणगान कर रहे हैं|
किसी समय घनिष्ठ रहे हिमंत पर जबरदस्त हमला करते हुए गोगोई ने कहा कि उन्होंने हिमंत को कई बार बचाया और लोग उनके बारे में सब कुछ जानते हैं|