न्यायाधीश पर वकीलों का हमला
गुवाहाटी
विदेशियों की पहचान के लिए गठित न्यायाधिकरण के पीठासीन न्यायाधीश पर कुछ वकीलों ने ही कथित तौर पर हमला कर दिया| यह हमला उस समय किया गया जब न्यायाधीश ने नौ लोगों को अवैध रूप से भारत में घुसे बांग्लादेशी करार दिया| घटना की चारों-तरफ निंदा हो रही है|
घटना के बाद हाईकोर्ट के न्यायाधीश उज्ज्वल भुयां, अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवाई दास और पुलिस महानिदेशक मुकेश सहाय सहित तमाम शीर्ष अधिकारी मौके पर पहुँच गए| आरोपित चार अधिवक्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है| घटना ग्वालपाड़ा जिले की है| इसके पृष्ठभूमि में विगत 9 फरवरी को विदेशी न्यायाधिकरण के न्यायाधीश अजय कुमार फूकन का एक फैसला बताया गया है|
न्यायाधीश फूकन ने डी-वोटर से जुड़े एक मामले में जिले के बगुवान थाने के विभिन्न गांवों के 13 में से 9 लोगों को विदेशी घोषित किया था| बताया गया है कि आरोपित अधिवक्ता इसी कारण न्यायाधीश से खफा थे|
आरोपित अधिवक्ताओं का कहना था कि विदेशी घोषित लोगों के पास वर्ष 1951 के जमीन के कागजात और विद्यालय के प्रमाण पत्र आदि दस्तावेजी सबूत थे| लेकिन न्यायाधीश ने उन सबको दर-किनार कर दिया| इसी सिलसिले में उनसे बात करने के लिए शाहजहान अली, नजरुल इस्लाम तथा उमर फारुक (जुवेल) नामक अधिवक्ता न्यायाधिकरण पहुंचे थे| न्यायाधीश फूकन के कार्यालय में उन लोगों की कहा-सुनी हो गई| परिस्थिति इतनी बिगड़ गई कि आरोपित अधिवक्ताओं ने न्यायाधीश पर हमला कर दिया|
घटना का संज्ञान लेते हुए कल गुवाहाटी हाईकोर्ट के न्यायाधीश उज्ज्वल भुयां व राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवाई दास के साथ पुलिस महानिदेशक मुकेश सहाय, विशेष पुलिस महानिदेशक कुलधर सैकिया और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) मुकेश अग्रवाल सहित गृह विभाग के तमाम शीर्ष अधिकारी मौके पर पहुंचे|