Assam: उद्योग व शैक्षणिक जगत का सहयोग ही समय की मांग डॉ. जीडी धानुका
आईआईटी गुवाहाटी में वाई-20 इंडिया शिखर सम्मेलन
गुवाहाटी- उत्तर गुवाहाटी स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), गुवाहाटी में मंगलवार को वाई-20 समिट का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। इस समिट में ‘फ्यूचर ऑफ वर्क : इंडस्ट्री 4.0, इनोवेशन, एंड 21 सेंचुरी स्किल्स’ पर आयोजित इंसेप्शन मीटिंग में पैनेलिस्ट के रूप में असम के युवा उद्योगपति और जीआर धानुका ग्रुप के प्रबंध निदेशक डॉ. घनश्याम दास धानुका मौजूद थे।
डॉ. धानुका ने उद्योग की उभरती प्रवृत्तियों और जरूरतों को पूरा करने के लिए उद्योग और शैक्षणिक जगत के बीच की खाई को पाटने के लिए अपने पाठ्यक्रम को अद्यतन करने हेतु शिक्षण संस्थानों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए असम सरकार एक विश्व स्तरीय विश्वविद्यालय के साथ आ रही है, जो विद्यार्थियों को नए युग के कौशल जैसे ब्लू अमोनिया, ग्रीन हाइड्रोजन, हेल्थकेयर, डिजिटल, क्लाउड, साइबर सुरक्षा और डेटा प्रबंधन में प्रशिक्षण देने पर अपना ध्यान केंद्रित करेगी।
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डॉ. धानुका ने वर्तमान शिक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने और इसे उद्योग के लिए और अधिक तैयार करने के लिए कई प्रमुख पहलों की रूपरेखा साझा की। इनमें हाथों के कौशल और प्रौद्योगिकी सीखने की दिशा में एक रणनीतिक बदलाव को लागू करना, संस्थानों में बुनियादी ढांचे का विकास, गुणवत्ता आधारित कार्यक्रमों के माध्यम से संकाय की गुणवत्ता में सुधार, पाठ्यक्रम की पहचान और उन्नयन के लिए शिक्षा-उद्योग संबंधों को बढ़ावा देना, प्रारंभ में ही विद्यार्थियों को डिजिटल शिक्षा से रू-ब-रू कराना तथा उद्योग में इंटर्नशिप को अनिवार्य बनाना आदि शामिल हैं।
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उन्होंने कहा कि इन पहलों से संस्थान में समग्र सुधार होने की उम्मीद है। इसके परिणामस्वरूप विद्यार्थियों के प्लेसमेंट में वृद्धि, विश्वविद्यालय रैंकिंग में सुधार, संकाय अनुसंधान में सुधार और नवाचार के अवसर सहित उद्योग की भागीदारी के साथ नए क्षेत्रों में अकादमिक धाराओं का विस्तार होगा।
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अंत में, डॉ. धानुका ने इस बात पर जोर दिया कि उद्योग 4.0, कौशल और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए उद्योग व अकादमिक सहयोग पर प्राथमिक ध्यान होना चाहिए। इस मौके पर अन्य पैनलिस्ट के रूप में जीई एविएशन में मुख्य परामर्श अभियंता डी. उमा महेश्वर, मारुतड्रोनेटेक के संस्थापक और मुख्य नवप्रवर्तक प्रेम कुमार, आईआईटी, गुवाहाटी के प्रोफेसर (हाइड्रोजन) डॉ. पी मुथुकुमार मौजूद थे। वहीं मॉडरेटर के रूप में आईआईटी, गुवाहाटी में बायोसाइंसेस और बायोइंजीनियरिंग विभाग की प्रमुख प्रोफेसर डॉ. राखी चतुर्वेदी मौजूद थीं। इस सत्र में उपस्थित विद्यार्थियों के प्रश्नों का भी डॉ. धानुका सहित अन्य पैनेलिस्टों ने जवाब दिया।