असम के बीजेपी मंत्री के खिलाफ तरुण गोगोई ने उठाई सीबीआई जांच की मांग
गुवाहाटी
असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने आज राज्य के एक बीजेपी मंत्री के खिलाफ घूसकांड में शामिल होने के आरोपों के चलते सीबीआई जांच की मांग की है| गोगोई ने कहा, “राज्य की बीजेपी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान जारी रखने की बात कर रही है पर हमें इसपर भरोसा नहीं है| उन्हें सिंचाई मंत्री रंजीत दत्त और एपीएससी घोटाले में शामिल अन्य लोगों के खिलाफ सीबीआई जांच करानी चाहिए| हम बीजेपी नेता तुलीराम रंगहांग के खिलाफ भी जांच की मांग करते हैं|”
इसी साल मार्च महीने में सिंचाई विभाग के सचिव कुजेंद्र दलै की गिरफ्तारी के बाद घूसकांड से बीजेपी मंत्री का नाम जुड़ गया था| ऐसे आरोप है कि सरकार मंत्री को आश्रय दे रही है|
दलै को भ्रष्टाचार निरोधक दस्ते ने एक ठेकेदार से 15,000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया था| बाद में दस्ते ने दलै के कार्यालय से 45 लाख रुपए नकद बरामद किए| वहीँ दलै के आवास से 11 लाख रूपए बरामद हुए| दलै का कहना है कि फाइल निपटाने के नाम पर वह ठेकेदारों से पैसे लेता था जिसका कुछ हिस्सा विभागीय मंत्री को जाता था|
एपीएससी नियुक्ति घोटाले में राकेश पॉल समेत अन्य लोग न्यायिक हिरासत में है| कांग्रेस का आरोप है कि पूर्व मंत्री सुमित्रा पाटिर खुद को बचाने के लिए बीजेपी में शामिल हुई है| उन्होंने भी अपनी क्षमता के दम पर अपने बेटे और कुछ अन्य लोगों को एपीएससी में नौकरी दिलाई थी|
इधर कार्बी आंगलांग स्वायत्त शासी परिषद के अध्यक्ष तुलीराम रंगहांग के खिलाफ भी गोगोई ने जांच की मांग उठाई है|