अलग बोड़ोलैंड मुद्दे पर प्रमिला रानी ब्रह्म की दोहरी राय
गुवाहाटी
अलग बोड़ोलैंड के मुद्दे पर वन मंत्री प्रमिला रानी ब्रह्म दोहरी राय रखती है| उनके अनुसार बोड़ो समुदाय की नागरिक होने के नाते वे अलग बोड़ोलैंड का समर्थन करती हैं, पर सरकार में सहयोगी बीपीएफ सदस्य होने के नाते वे अलग बोड़ोलैंड के बजाए बीटीसी के विकास का समर्थन करती हैं|
संवाददाताओं के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “मैं बोड़ो समुदाय से हूँ| मुझे बीटीसी में अपने लोगों के साथ भी तो रहना है| स्वाभाविक है बीटीसी इलाके के लोगों की जो मांग है, मैं एक नागरिक के नाते उसका समर्थन करती हूँ| अलग बोड़ोलैंड की मांग पर उपेंद्रनाथ ब्रह्म शहीद हुए| हम बोड़ो समुदाय के लोग उनके बलिदान का सम्मान करते हैं|”
उन्होंने कहा, “अलग बोड़ोलैंड की मांग पर चले आंदोलन के बाद ही तो बीटीसी का गठन हुआ| अब हमारा एकमात्र लक्ष्य बीटीसी का विकास है|”
पिछले दिनों अखिल बोड़ो छात्र संघ (आब्सू) ने अलग बोड़ोलैंड गठन की मांग पर फिर से आंदोलन शुरू किया है| आब्सू नेताओं ने हुंकार भरी है कि अलग बोड़ोलैंड के गठन नहीं होने तक वह चैन से नहीं बैठेंगे| ऐसी स्थिति में किसी समय अलग बोड़ोलैंड की मांग के मुद्दे को लेकर काफी सक्रीय रहीं तथा बाद के समय में सत्ता के गलियारे तक पहुंची बोड़ो महिला तथा मौजूदा मंत्री प्रमिला रानी ब्रह्म की राय काफी मायने रखती है|
लेकिन संवाददाताओं के समक्ष उन्होंने अलग बोड़ोलैंड मुद्दे पर जो बातें कही उससे उनकी दोहरी स्थिति स्पष्ट हो गई| मंत्री की इस दोहरी स्थिति को लेकर बीटीसी के नागरिकों में निस्संदेह नकारात्मक प्रतिक्रिया देखि जा सकती है|