महिलाओं की हर समस्या का समाधान चुंबन ले कर करने वाला राम प्रकाश चौहान उर्फ किसिंग बाबा उर्फ़ ” चुंबन बाबा ” को असम पुलिस ने भेजा जेल .
गुवाहाटी
उस बाबा के पास महिलाओं के हर मर्ज़ का इलाज था. बड़ी संख्या में महिलाएं उस के पास अपनी समस्या ले कार आती थीं. बाबा का इलाज करने का तरीका भी निराला था. हर मर्ज़ के इलाज के लिए बाबा महिलाओं का चुंबन लेता था और दावा करता था की उस महिला की सभी समस्या का समाधान हो जाएगा. लेकिन बाबा को नहीं मालूम था कि उस की यह निराली हरकत उस के लिए बड़ी समस्या खड़ी कर सकती है.
महिलाओं की हर समस्या का समाधान चुंबन ले कर करने के अपने इस दावे के कारण बहुत कम समय में बाबा का नाम गाँव से निकल कर दूर दूर तक पहुँचने लगा और बाबा ” चुंबन बाबा ” के नाम से मशहूर हो गया.
चुंबन बाबा की खबर पुलिस के कानो तक भी पहुँची. फिर क्या था , पुलिस गाँव में पहुँची और चुंबन बाबा को पहुंचा दिया जेल.
” चुंबन बाबा” के यह कहानी है असम के मोरीगांव जिले की. यह बाबा महिलाओं की समस्या को ठीक करने के नाम पर उन्हें गले लगाकर चुंबन लेता था. इस बाबा का नाम राम प्रकाश है, जिसे लोग “किसिंग बाबा” या ” चुंबन बाबा ” के नाम से जानते हैं.
राम प्रकाश चौहान को पुलिस बीते 22 अगस्त को भोरतापुल गांव से गिरफ्तार किया. राम प्रकाश चौहान उर्फ किसिंग बाबा यह दावा करता था कि वह महिलाओं की शारीरिक और मनोवैज्ञानिक समस्याओं को अपने चमत्कारी चुंबन से ठीक कर देता है.
इस बाबा का यह भी दावा था कि उसे भगवान विष्णु से “अलौकिक शक्तियां” प्राप्त हैं और वह वैवाहिक समस्याओं पर सहायता मांगने वाली किसी भी महिला को ठीक कर सकता है. बाबा ने अपने घर में एक छोटा सा मंदिर बना रखा था जहां वह महिलाओं का इलाज करता था.
राम प्रकाश चौहान उर्फ किसिंग बाबा ने एक महीने पहले ही यह उपचार शुरू किया था. इलाज के बहाने इस बाबा ने उन ग्रामीण महिलाओं का शोषण किया, जो अंधविश्वासी थीं.
बताया जा रहा है कि इस बाबा ने गांव में काफी प्रतिष्ठा अर्जित कर ली थी, लेकिन उसे सम्मानित नहीं किया गया था. बताया जाता है कि मोरीगांव में सदियों से काले जादू का आस्तित्व रहा है. यहां तक की इस बाबा के शक्तियों की अफवाहें इसकी मां ने भी गांव में फैलाई थी. इस मामले में किसिंग बाबा की मां से पूछताछ की जा रही है.
मोरीगांव जिले में किसिंग बाबा के अलावा और भी कई लोग हैं, जो भगवान विष्णु से शक्तियां प्राप्त होने का दावा करते हैं. मोरगांव में साक्षरता दर असम के अन्य जिलों से काफी कम है. ऐसे में यहां रहने वाले ज्यादातक लोग काले जादू जैसी बातों पर विश्वास करते हैं.