नागरिकता कानून 2016 के खिलाफ एकजुट हो – महंत
गुवाहाटी
नागरिकता संशोधन कानून-2016 को संसद में पारित होने से रोकने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री प्रफुल्ल कुमार महंत ने सभी पक्षों से एकजुट होने की अपील की है| असम आन्दोलन संग्रामी मंच के मुख्य सलाहकार तथा पूर्व मुख्यमंत्री प्रफुल्ल महंत ने कहा है कि असम के हित में सभी को एकजुट होकर इस विधेयक के खिलाफ खड़ा होना होगा वरना असम का भविष्य खतरे में पड़ जाएगा|
बुधवार को शहर के एक होटल में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए महंत ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लाए नागरिकता संशोधन कानून-2016 से असम में संकट गहरा जाएगा| इसलिए इस विधेयक को पारित होने से हर हाल में रोकना होगा|
महंत ने कहा कि असम समझौते का ब्रह्मपुत्र और बराकघाटी के सभी लोगों ने समर्थन किया था| अब केंद्र सरकार के इस नए कानून से दोनों घाटियों में बसे लोगों के बीच बहाल शांति, एकता और भाइचारे को खतरे में नहीं डाला जा सकता है| महंत ने बराक-ब्रह्मपुत्र घाटी के निवासियों से नागरिकता कानून-2016 का पुरजोर विरोध करने की अपील की|
केंद्र सरकारों की कड़ी आलोचना करते हुए महंत ने कहा कि असम को हमेशा अनदेखी करते हुए कानून लाए गए है| असम में विभिन्न जाति-जनगोष्ठी एवं समुदाय के लोग सदियों से बसते आए हैं| ऐसे में किसी विशेष समुदाय के लोगों को लाकर यहाँ बसाने संबंधी कानून को लाने का कोई ठोस तथा समर्थनयोग्य तर्क नहीं हो सकता| उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य के कुछ बुद्धिजीवी वर्ग के लोग इस कानून के बहाने लोगों में विभाजन लाने का कुप्रयास कर रहे हैं|