बाढ़ राहत में कोताही के जिम्मेदार होंगे उपायुक्त – मुख्यमंत्री
गुवाहाटी
मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने चेतावनी दी है कि बाढ़ राहत में किसी भी कोताही के लिए संबंधित जिले के उपायुक्त सीधे दोषी माने जाएंगे| उन्होंने दोषी उपायुक्तों के खिलाफ कठोर कदम उठाने की बात कही है| मुख्य्म्नात्री ने यह चेतावनी सोमवार को जनता भवन स्थित अपने सभाकक्ष से वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिए सभी जिलों के उपायुक्तों को सीधे-सीधे दी|
उन्होंने साफ किया कि बाढ़ राहत और जहाँ कहीं जरुरी हो बचाव कार्य में भी उपायुक्त सीधे जिम्मेदार होंगे| उपायुक्तों को संबंधित विभागों के अधिकारियों से तालमेल कर यह कार्य बिना चूक के संपन्न कराने को कहा|
उन्होंने उपायुक्तों से कहा कि बाढ़ के कारण जिन लोगों के घर पूरी या आंशिक तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं, उनके पुनर्निर्माण अथवा मरम्मत का कार्य बिना देर किए किया जाए| क्षतिग्रस्त तटबंधों पर पानी सूखते ही मरम्मत का काम युद्धस्तर पर करा लेने का निर्देश भी उन्होंने दिया| इसी तरह के निर्देश मुख्यमंत्री ने रास्तों, पुलों आदि के सिलसिले में भी दिए|
मुख्यमंत्री ने इसी के साथ उपायुक्तों को ताकीद की कि राहत शिविरों में रहने वाले बाढ़ पीड़ितों को पर्याप्त मात्रा में खाने-पीने की सामग्री से लेकर उपयुक्त स्वास्थ्य सुविधाओं की यथासंभव व्यवस्था सुनिश्चित की जाए| यह भी देखा जाए कि बाढ़ पीड़ित इलाकों में साफ-सफाई रहे, जिससे संक्रामक बीमारियों का प्रसार न हो पाए| उन्होंने बाढ़ से तबाह हुए किसानों की मदद का निर्देश भी उपायुक्तों को दिया|
वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के समय मुख्यमंत्री ने काजीरंगा उद्यान से जुड़े कार्बी-आंगलांग, गोलाघाट, विश्वनाथ और शोणितपुर जिलों के प्रशासन को वन्य प्राणियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वन विभाग और पुलिस अधिकारियों के साथ समन्वय बनाकर अभियान चलाने को कहा| राज्य सरकार की ओर से बाढ़ राहत के लिए सभी जिलों को पर्याप्त मात्रा में धन उपलब्ध कराने का दावा किया गया है| कहा गया है कि इसके बाद भी अगर किसी प्रकार की कोताही होती है तो जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी|