असम: बोडो शांति समझौते के बाद 1,615 NDFB उग्रवादियों ने किया आत्मसमर्पण
उनके पास से कुल 178 हथियार और 4,500 गोलियां जब्त की गईं।
गुवाहाटी
बोडो शांति समझौते Bodo Peace Accord के बाद अलगाववादी संगठन नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (NDFB) के विभिन्न गुटों के 1,600 से अधिक सदस्यों ने गुरुवार को असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सभागार में यहां आयोजित हुए एक कार्यक्रम में राज्य के वित्तमंत्री और पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन के संयोजक हिमंत बिस्व शर्मा और शीर्ष पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे।
औपचारिक रूप से हिंसा का त्याग करते हुए एक-एक कर नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड के शीर्ष नेताओं व कैडरों ने मुख्यमंत्री सोनोवाल और बिस्व शर्मा के सामने अपने हथियार डाल दिए।
असम से अलग बोडोलैंड राज्य बनाने की मांग पर आधारित दशकों पुराने बोडो विद्रोह को खत्म करने के प्रयास में केंद्र और असम सरकार ने बोडो संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ शांति समझौता किया। इसके दो दिन बाद यहां उग्रवादियों ने हथियारों का आत्मसमर्पण किया है।
नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) के तीन गुटों एनडीएफबी (प्रोग्रेसिव), एनडीएफबी (रंजन दायमरी) और एनडीएफबी (सोंगबिजीत) के कुल 1,615 कैडर्स ने एक साथ कार्यक्रम में आत्मसमर्पण किया।
उनके पास से कुल 178 हथियार और 4,500 गोलियां जब्त की गईं।