कृषि विभाग में महाघोटाला, 5 वरिष्ठ अधिकारी गिरफ्तार
गुवाहाटी
कांग्रेस शासनकाल में कृषि विभाग में हुए महाघोटाले के खुलासे के बाद इस सिलसिले में सीआईडी ने विभाग के 5 वरिष्ठ अधिकारियों को गिरफ्तार किया है| इस संबंध में तत्कालीन कृषि मंत्री नीलमणि सेन डेका से भी पूछताछ की संभावना है|
कृषि विभाग में सात सौ करोड़ रुपए के घोटाले का मामला उजागर हुआ है| इस संदर्भ में सीआईडी ने शुक्रवार को राज्य के विभिन्न जिलों से पांच अधिकारियों को गिरफ्तार किया| इनमें कार्यकारी अभियंता दिलीप बरुवा, रणबीर काकती, वीरेंद्र नाथ शर्मा, सहायक कार्यकारी अभियंता लखेश्वर गम व कनिष्ठ अभियंता रोहित भराली शामिल हैं|
इन आरोपियों के खिलाफ सीआईडी मुख्यालय में केस संख्या 56/14 भादवी की धारा 120 (बी)/420/406 आर/डब्ल्यू की धारा 13 (1)(सी)(2) ऑफ प्रिवेंशन एंड करप्शन एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था| पाँचों आरोपियों को गिरफ्तार कर मुख्य न्यायिक दंडाधीश के समक्ष पेश किया गया, जहाँ से कोर्ट ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया|
कृषि विभाग में हुए इस घोटाले की जांच कर रहे सीआईडी के डीआईजी रौनक अली हजारिका ने बताया कि वर्ष 2011 से हुए घोटाले की जांच के लिए सीआईडी की ओर से सरजमीं जांच की गई, जिसमें कई सनसनीखेज तथ्यों का खुलासा हुआ और उनके पास घोटाले के प्रमाण भी मौजूद है| उन्होंने कहा कि कृषि विभाग के अंतर्गत केंद्र व राज्य सरकार की ओर से किसानों के लिए आवंटित ट्रेक्टर, पॉवर ट्रिलर, रासायनिक खाद आदि की राशि का विभाग के ही अधिकारियों के बीच बंदरबांट हो गया|
इस तथ्य के सामने आने के बाद इन पाँचों कृषि अधिकारियों से सघन पूछताछ की गई, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया| अब पाँचों अधिकारियों द्वारा दिए गए बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी| इस सिलसिले में और भी कई गिरफ्तारियां संभव है|