असम सरकार के खिलाफ आसू ने की एक महीने तक आंदोलन की घोषणा
गुवाहाटी
राज्य सरकार पर चरम असफलता का आरोप लगाते हुए आसू ने एक महीने तक आंदोलन की घोषणा की है| शहर के शहीद न्यास में आयोजित एक पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए आसू नेतृत्व ने कहा कि बीते 4 सितंबर को आयोजित संघ की कार्यनिर्वाहक बैठक में असम के कुछ ज्वलंत समस्याओं के समाधान की मांग में आंदोलन का फैसला लिया गया|
कार्यनिर्वाहक बैठक में लिए गए फैसले के अनुसार समूचे राज्य में खस्ता हाल सड़कों की मरम्मत और बाढ़ तथा भू कटाव की समस्या को राष्ट्रीय समस्या घोषित करने की मांग में आगामी 9 सितंबर को दिन के 12 बजे से 1 बजे तक सभी जिलों में राष्ट्रीय राजमार्गों का अवरोध किया जाएगा| उसके बाद राष्ट्रीय नागरिक पंजी का समय पर अद्यतन और विदेशियों के नाम से मुक्त एनआरसी तैयार करने की मांग में 11, 12, 14 और 15 सितंबर को प्रत्येक जिले में उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा जाएगा|
आंदोलन कार्यसूची के अनुसार 15 सितंबर को असम समझौता लागू करने, विदेशियों को पकड़ने के लिए विशेष टास्क फोर्स का गठन, सीमा सील करने समेत संवैधानिक रक्षा कवच प्रदान करने, भूमि और संपत्ति का अधिकार प्रदान करने, सर्वोपरि सन 1971 के बाद आए हिंदू बांग्लादेशियों को असम में बसाने के खिलाफ राज्य के प्रत्येक जिलों और महकमों में जुलूस निकाले जाएंगे|
इधर मातृभाषा माध्यम के विद्यालयों में बाहरी राज्यों के शिक्षकों की नियुक्ति के खिलाफ, असम में अंग्रेजी माध्यम के आदर्श विद्यालयों की स्थापना और दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर 22 महाविद्यालयों की स्थापना के विरोध में आगामी 19 सितंबर को प्रत्येक जिला और महकमा सदर में आंदोलन किया जाएगा|
इसके बाद 21 सितंबर को गुवाहाटी में आसू की प्रतिनिधि सभा और 22 सितंबर को 28 जनगोष्ठियों संगठनों के साथ बातचीत के माध्यम से आगे की कार्यसूची तय होगी|