नोटबंदी के बाद आयकर विभाग ने कसा शिकंजा, नोटिस जारी
गुवाहाटी
अब आयकर विभाग ने नोटबंदी के दौरान बैंकों तथा डाकघरों में लाखों की नकदी जमा करने वालों के खिलाफ शिकंजा कसना शुरू कर दिया है| आयकर विभाग की ओर से सभी बैंकों व डाकघरों में 9 नवंबर से 30 दिसंबर के बीच बचत खाता, चालू खाता, ब्याज खाता में जमा की गई नकदी का पूरा विवरण 31 जनवरी तक सौंपने को कहा था, जिसकी म्याद पूरी होने के दूसरे दिन ही यानी 1 फरवरी से लोगों को नोटिस मिलने शुरू हो गए है| आयकर विभाग के इस कदम से गुवाहाटी महानगर में हड़कंप मचा हुआ है|
जानकारी के मुताबिक महज एक दिन के भीतर केवल गुवाहाटी महानगर में सैंकड़ों लोगों के मोबाइल फोन व ई-मेल पर आयकर विभाग की ओर से नोटिस भेज दिया गया है, जिसमें उनके संबंधित खातों में जमा की गई नकदी राशि के आय का स्रोत बताने को कहा गया है| इसके लिए खाताधारक को महज 10 दिनों की मोहल्लत दी गई है|
टैक्स के जानकारों का कहना है कि सरकार द्वारा नोटबंदी का कड़ा फैसला लिए जाने के बाद यह तो साफ हो गया था कि आयकर विभाग की ओर से काले धन का पता लगाने के लिए कड़ी कार्रवाई की जाएगी| मगर जिस तरह एक दिन के भीतर ही विभाग ने नोटिस जारी किए है, उससे केवल खाताधारक ही नहीं बल्कि चार्टर्ड एकाउंटेंट भी पसोपेश में है, जिसकी मुख्य वजह नोटिस का जवाब देने के लिए महज 10 दिनों का समय दिया गया है| नोटिस पाने वालों में करदाता व गैर करदाता दोनों शामिल है|