पहले मतदाता को मेडल दे कर सम्मानित करना, चुनाव आयोग की सराहनीय पहल
गुवाहाटी
By Ravi Ajitsariya
असम के चुनाव में मतदाताओं को जागरूक बनाने के लिए निर्वाचन आयोग ने इस बार कोई कसर नहीं छोड़ी, जिसके परिणाम स्वरुप असम में दोनों चरणों में बड़ी संख्यां में लोगों ने मतदान किया l सबसे बड़ी होड़ इस बात की थी कि सबसे पहले मतदान केंद्र पर जा कर मेडल कौन ले l बेशक अगर यह कहा जाए कि पहला मतदाता को मेडल दे कर सम्मानित करना, चुनाव आयोग की सराहनीय पहल है तो गलत नहीं होगा I
इसकेलिए लोगों ने बीती रात को ही कमर कस ली थी l जो लोग सवेरे की सैर करते है, उन्होंने अपनी वापसी में करीब सात बजे से पहले ही मतदान केंद्र पर जा कर सबसे पहले मतदान कर के निर्वाचन योग द्वारा घोषित मेडल प्राप्त कर लिया l ऐसे ही मेडल से सम्मानित हुए विवेक संग्नेरिया का कहना था, कि उन्हों ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ सुबह 5:30 बजे ही मतदान केंद्र पहुँच गए थे. क्योंकि वोह मेडल हासिल करना चाहते थे .
मेडल हासिल करने वालों में 78 वर्षीय प्रकाश देवी जैन भी है, जो बूथ संख्या 95 में सुबह 6:30 बजे से मतदान देने के लिए कतार में खादी थीं l हालांकी प्रकाश देवी का नम्बर पांचवां था, लेकिन वरिष्ठ नागरिक होने के कारण उन्हें पहले नमबर का स्थान दिया गया और सम्मानित किया गया l
मंदिर और अन्य धार्मिक कार्यों से निकलने वाले लोगों ने भी यह तय कर लिया था कि अपनी आस्था के कार्यों को निपटा कर यह मेडल जैसे भी हो लेना ही है l किसी ओलिंपिक में जीते हुए मेडल से कम नहीं था, व्हुनाव आयोग का यह मेडल प्राप्त करना l मजे की बात यह हुई कि लोग मेडल ले कर बड़ी शान से सोशल मीडिया पर अपनी और अपने मेडल की तस्वीरें भी पोस्ट कर रहे थे l कुछ लोगों के लिए यह एक इर्ष्या भी थी, क्योंकि यह कर सकने वाला कार्य वे कर नहीं पाये l
यहाँ गुवाहाटी में कई मतदान केन्द्रों पर बड़ी सुबह से ही लोगों की बड़ी-बड़ी कतार देखी गई, जो लोगों का लोकतंत्र में विश्वास तो दर्शाता ही है, साथ ही लोग अपने मतदान के अधिकार का उपयोग करना चाहते थे l उपर से चुनाव आयोग ने प्राचार चला कर लोगों को चुनाव देने के लिए भी प्रेरित किया l
असम के 2016 में इतनी बड़ी संख्या में लोगों की भागीदारी का एक और कारण यह भी रहा कि चुनाव आयोग ने मतदान से ठीक पहले, मतदाताओं को वोटर स्लिप देना l उल्लेखनीय है कि एक छोटी स्लिप सभी वोटरो को प्रदान की गयी, जिससे वोटरो को अपना नाम और केंद्र खोजने में दिक्कत नहीं हो l इस प्रक्रिय में मतदाताओं में जबरदस्त जागृति आये, और इतनी बड़ी संख्यां में मतदाताओं ने मतदान दिया l
यहाँ यह भी गौरतलब है कि मतदान केंद्र पर मतदाताओं को अपना नाम खोजने में कोई भी असुविधा नहीं हुई, जिसका श्रेय चुनाव आयोग को जाता है l राजनैतिक विश्लेषकों ने चुनाव आयोग को इस पूरी प्रक्रिया के लिए बधाइयाँ भी प्रेषित की है l